Exploring the Impact of Mercury in Sixth House - Lal Kitab 1941 - EP66 - Astrologer Vijay Goel
बुध खाना नंबर 6 (Mercury in Sixth House) - Lal Kitab 1941 - EP66 - Astrologer Vijay Goel. लाल किताब में छठे घर का विश्लेषण। बुध के घर में स्थिति और उसके प्रभाव का मूल्यांकन।
लाल किताब 1941 की विवेचन शृंखला का ये मेरा छियासठवां वीडियो है। इसमे मैंने “बुध खाना नंबर 6” (जब कुंडली के छठवे घर मे बुध स्थित हो) के बारे मे विश्लेषण करने का प्रयास किया है।
लाल किताब में छठे घर को पाताल कहा जाता है, इसे पाताल की दुनिया, रहम का खजाना और खुफिया मदद का घर भी कहते हैं. इस घर से माता-पिता और ससुराल के साथ संबंधों का विचार करते हैं. इस घर के कारक ग्रह केतु माने गए हैं और स्वामी बुध कहे गए हैं. जब हम छठे घर के शुभाशुभ फलों का विचार करते हैं तो उस समय दुसरे और आठवें घर की स्थिति पर भी ध्यान देना होता है. क्योंकि इन तीनों घरों का दृष्टि संबंध मुख्य रूप से जुडा़ होता है.
पाताल खाली घर जब तक रहता नेक असर कुल देता हो
दूजे बैठे की पहली अवस्था असर छठे पर होता हो
यदि खाना नम्बर 6 खाली हो तो खाना नम्बर 2 और 12 के ग्रह सोए हुए होते हैं. आठवां देखता है दूसरे घर को दूसर घर देखता है. छठे घर को छठा घर देखता है 12वें घर को. यदि खाना नम्बर 2 और 12 में अच्छा ग्रह हो तो खाना नम्बर 6 को जगा लेने में सहायक होता है.
इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यदि खाना नम्बर 6 में कोई ग्रह नहीं हो तो जातक अपने मामा के बच्चओं या परिवार की कन्याओं का आदर भाव करने वाला हो तो इससे उसे शुभ फलों की प्राप्ति हो सकेगी. इसका कारण इससे स्पष्ट होता है कि दूसरे घर में बैठे शुभ ग्रह का प्रभाव छठे पर अवश्य पड़ता है.
छठवें घर में बुध उच्च का होता है। जातक आत्मनिर्भर और कृषि भूमि, स्टेशनरी, प्रिंटिंग प्रेस और व्यापार से लाभ प्राप्त करने वाला होता है। उसके मुंह से निकलने वाले शब्द चाहे अच्छे हों या बुरे, कभी भी बेकार नहीं जाते। उत्तर दिशा की ओर मुंह वाला घर बुरे प्रभाव देगा। उत्तर दिशा में बेटी की शादी करने से जातक को हर तरह से दु:ख मिलेगा।
ये विवेचना लाल
4 years ago
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